उत्तराखंड
कोटद्वार का विकास कार्य चल रहा वॉल पर गुणा भाग के भरोसे,अपनी दुर्दशा पर आँसू बहाता कोटद्वार, जिम्मेदार कौन ?
कोटद्वार-कोटद्वार को बर्बादी की ओर ले जाने में कुछ लोगों का विशेष योगदान हो रहा है।जब चुनावों में प्रत्याशी की बात आती है तब स्थानीय को छोड़कर बाहर से लाकर थोप देते हैं।जो जीतने के बाद महीने में एक दो बार हवा हवाई आते हैं और चलते बनते हैं उस पर दो चार ऐसे चाटुकार घेर लेते हैं जो सारे फ़ैसले करने में गुणा भाग बताते रहते हैं भले ही आम जनता चिल्लाती रहे।मगर आम जनता की आवाज वॉल से टकरा कर रह जाती है।अब उन बाहर से आये जनप्रतिनिधियों को ठेकेदार भी बाहर के ही चाहिए।
स्थानीय ठेकेदारों में काबिलियत नजर नही आती और बाहर से आये ठेकेदार कामचलाऊ काम करके चलते बनते हैं।उनको कोटद्वार की जनता जियें या मरे उससे कोई लेना देना नही होता है।मौजूदा समय में सभी पुलो की स्थिति दयनीय बनी हुई है लेकिन विभाग हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं।पुलो को बचाने के लिए बनाई जा रही सुरक्षा दीवारों का निर्माण कार्य कछुआ गति से चल रहा है।पहाड़ों पर आपदा के हालात हो चुके हैं।जिसका असर कोटद्वार पर भी पड़ने लगेगा।यही हालात रहे तो एक दिन ऐसा आएगा जब कहा जायेगा पौड़ी गढ़वाल में कोटद्वार भी हुआ करता था।