उत्तराखंड
सीएम हेल्पलाइन पर शिकायतों के निराकरण में देरी होने से डीएम हुए नाराज,निगम के सहायक आयुक्त अजय के लापरवाही भरे रवैये पर अप्रैल माह के वेतन पर डीएम ने लगाई रोक
कोटद्वार-पौड़ी गढ़वाल के एनआईसी कक्ष में सीएम हेल्पलाइन में जनपद के अलग अलग क्षेत्र से शिकायतों के सम्बंध में अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक ली गई।विभागों के अधिकारियों की कछुआ चाल की कार्यप्रणाली से डीएम आशीष चौहान ने नाराजगी व्यक्त करते हुए फटकार लगाई।उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर जल्द से जल्द निस्तारण करें।
वही नगर निगम कोटद्वार के सहायक नगर आयुक्त अजय अष्टवाल जिलाधिकारी की बैठक में बिना तैयारी के ही उपस्थित हो गए।उनके इस लापरवाही भरे रवैये को देखते हुए जिलाधिकारी ने जमकर फटकार लगाई और अप्रैल के वेतन आहरण पर रोक लगाने के निर्देश दिये हैं।

सीएम हेल्पलाइन की समीक्षा बैठक में जल निगम कोटद्वार प्रथम की 12 व द्वितीय की 7 शिकायतें दर्ज की गई थी।लेकिन 36 दिन से अधिक का समय बीत जाने पर भी शिकायतों का निवारण नहीं किया गया है।यमकेश्वर के बेडू बिंजोली में पेयजल की शिकायत पर जिलाधिकारी ने अधीक्षण अभियंता जल निगम को एक सप्ताह में जांच कर आख्या उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं।
झबरी देवी पत्नी स्व0 महावीर सिंह की विधवा पेंशन नवम्बर 2023 से रुकी हुई थी, जिसके बाद उन्हें एरियर का एकमुश्त भुगतान किया गया। पेंशन में हुई देरी को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने जिला विकास अधिकारी को जांच के निर्देश दिये हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि पेंशन प्रकरण में देरी के लिए जिम्मेदार महिला एवं बाल विकास विभाग महिला कल्याण के अधिकारी/कर्मचारी के विरुद्ध सख्त कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।एल-1 स्तर पर 520, एल-2 स्तर पर 47, 36 दिन से अधिक 142, शिकायतों में मुख्य रूप से लोनिवि की 27, जल निगम की 23, नगर निकाय कोटद्वार 16, माध्यमिक शिक्षा की 12,वन विभाग 11,पुलिस विभाग की 08, पंचायतीराज की 07 शिकायतें शामिल हैं।




