उत्तराखंड
भाजपा प्रवक्ता शादाब शम्स ने कहा, संजय भट्ट उत्तराखण्ड का नहीं है, मिला तीखा जबाब
देहरादून :- एक चैनल की डिबेट में भाजपा के प्रवक्ता शादाब शम्स ने कहा कि आप पार्टी प्रवासी पंछी है, ये लोग बाहरी हैं। इसपर आप प्रवक्ता संजय भट्ट ने कहा कि डिबेट में बैठे लोगों में सिर्फ मैं ही उत्तराखण्ड मूल का हूँ, बाकी सब बाहरी हैं।इसपर भाजपा प्रवक्ता शादाब शम्स ने संजय भट्ट को उत्तराखण्ड से बाहर का बता दिया और संजय की जाती भट्ट को भी गलत तरीके से नाम के आगे लगाना कह दिया।बात यहीं नहीं रुकी और संजय भट्ट ने पूछ डाला कि क्या राहुल गांधी का जन्म माणा में हुआ, क्या सोनिया गांधी जी का जन्म धारचुला में हुआ, क्या नड्डा जी का जन्म झबरेड़ा में हुआ, सभी बाहरी ही तो हैं, हाँ मैं गढ़वाली हूँ, उत्तराखण्डी हूँ।संजय भट्ट ने इसपर बयान जारी करते हुए कहा कि मैं और मेरी माँ श्रीमती राजबाला (डोभाल) भट्ट राज्य आंदोलनकारी हैं, उन्होंने उत्तराखण्ड राज्य आंदोलन की फोटो भी जारी की।भट्ट ने कहा कि 1947 में मेरे पिता लाहौर में थे, और भारत के बंटवारे पर वापस उत्तराखण्ड आये और टिहरी के राजा के फ़ौज में भर्ती हुए।लेकिन धर्म के नाम पर देश का बंटवारा हुआ तो शादाब शम्स अभी तक पाकिस्तान क्यों नहीं गया। क्या ये उत्तराखण्ड को भी कश्मीर बनाएंगे, कश्मीर में अल्पसंख्यक हिन्दू राजा था।भट्ट ने कहा कि उत्तराखण्ड देवभूमि में आज पहाफियों और गढ़वालियों से उनके पहाड़ी होने के सबूत मांगे जा रहे हैं। कल क्या-क्या होगा, भविष्य की गर्त में है।भट्ट ने कहा यह मेरा नहीं उत्तराखण्ड आंदोलनकारियों का अपमान है, उत्तरखंडियत का अपमान है, हर पहाड़ी का अपमान है। भट्ट ने कहा कि राज्य आंदोलन के दौरान RAF ने उनपर राइफल तक तानी, नालापानी चौकी ध्वस्त करने में शामिल रहा, न जाने कितना विरोध सहा, पर राज्य आंदोलन में रहा। शायद यही दिन देखने के लिए उत्तराखण्ड निर्माण हुआ हो!भट्ट ने कहा बीजेपी को शादाब शम्स को तुरंत पार्टी से निष्कासित करना चाहिए और उत्तराखण्ड आंदोलनकारियों व सभी पहाड़ियों से माफी मांगनी चाहिए।संजय भट्ट ने आगे कहा कि इसका इलाज सिर्फ मूल निवास 1950 व सशक्त भू कानून ही है, इससे ही उत्तराखण्ड सकता है। सरकार को तुरंत इन्हें लागू करना चाहिए।