उत्तराखंड
रांसी व कंडोलिया स्टेडियम जिलाधिकारी ने किया निरीक्षण खेल ढाँचे को बेहतर बनाने व बच्चों के लिए जूडो व बॉलीवॉल की जल्द होगी कोचिंग शुरू
पौड़ी गढ़वाल-पौड़ी गढ़वाल की जिलाधिकारी स्वाति एस.भदौरिया ने रांसी स्टेडियम,कंडोलिया स्थित इंडोर बैडमिंटन कोर्ट,टेनिस कोर्ट और फुटबॉल मैदान का निरीक्षण किया साथ ही जल्द ही जूडो और बॉलीवॉल की सुविधा भी शुरू की जाएगी।

निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने खेल सुविधाओं के रख-रखाव व ओर बेहतर करने के आदेश दिए। उन्होंने खेल अधिकारी को रांसी इंडोर बैडमिंटन कोर्ट परिसर के शौचालयों की नियमित साफ सफाई, छात्रावास व खेल सामग्री की उपलब्धता की रिपोर्ट पेश करने को कहा। बैडमिंटन कोर्ट के निरीक्षण के दौरान जूडो हॉल में मैट व जूडो कोच के अभाव को देखते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि हॉल में जूडो मैट के लिए जल्द ही धनराशि उपलब्ध कर दी जाएगी साथ ही जूडो कोच की व्यवस्था कर कोचिंग भी शीघ्र शुरु की जायेगी।
उन्होने खेल विभाग को यूपीआरएनएन द्वारा ड्रेसिंग रुम के नीचे बनाये गये अधूरे भवन को प्राथमिकता के आधार पर अपने विभाग को हस्तांतरित कराने व अधूरे कार्यों को पूरा करने के लिए लोनिवि के अधिकारियों को आगणन तैयार करने के निर्देश दिये, ताकि परिसम्पत्ति का सदुपयोग हो सके। वॉलीबॉल कोर्ट के निर्माण कार्य में देरी को लेकर जिलाधिकारी ने लोनिवि के अधिकारियों को अस्थायी निर्माण कार्य शीघ्र शुरु करने के निर्देश दिये तथा स्थायी कार्य के लिए एस्टीमेट देने के निर्देश दिए। जबकि वॉलीबाल के कोच की व्यवस्था हेतु खेल अधिकारी को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिये। छात्रावास के पास वर्षा जल की निकासी व वन्यजीवों से सुरक्षा के लिए फेंसिंग लगवाने हेतु लोनिवि के अधिकारियों को निर्देश दिये।
कंडोलिया इंडोर बैडमिंटन कोर्ट का निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी ने वुडन फ्लोर व दीवारों की खराब स्थिति पर लोनिवि अधिकारियों को तत्काल एस्टीमेट बनाकर प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। वहीं टेनिस कोर्ट में पानी के रिसाव और पक्षियों से हो रही गंदगी को रोकने के लिए स्थायी समाधान निकालने हेतु खेल अधिकारी को निर्देशित किया।
खेल मैदान का निरीक्षण करते हुए उन्होंने लोनिवि को निर्देश दिये कि स्थायी जल निकासी व्यवस्था बनने तक रेत और मिट्टी का उपयोग कर मैदान को खेलने योग्य स्थिति में बनाए रखें। साथ ही मैदान में पशुओं के प्रवेश को रोकने के लिए मुख्य प्रवेश द्वार सहित अन्य स्थानों पर रिवाल्विंग गेट लगाने और मुख्य गेट को आकर्षक स्वरूप देने के निर्देश दिये।



