उत्तराखंड
उत्तराखंड में शीतलहर का प्रकोप,निगम कब करेगा अलाव की व्यवस्था
कोटद्वार : कोटद्वार में सुबह से ही घना कोहरा छाया हुआ है। हालात ऐसे हैं कि लोग घरों में दुबकने को मजबूर हो गए हैं। सूखी ठंड ने बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक की सेहत पर असर डालना शुरू कर दिया है…वहीं सड़कों पर दृश्यता बेहद कम होने के कारण वाहन चालकों को दिन में भी लाइट जलाकर चलना पड़ रहा है ताकि दुर्घटनाओं से बचा जा सके।

पहाड़ी इलाकों में शीत लहर का प्रकोप बढ़ता जा रहा है और मैदानी क्षेत्रों में भी कोहरे ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। बावजूद इसके कोटद्वार नगर निगम की नींद अभी तक नहीं टूटी है। दिसंबर का आधा महीना बीत जाने के बाद भी शहर के प्रमुख चौराहों पर अलाव की कोई व्यवस्था नहीं की गई है।
ठंड से राहत देने के बजाय नगर निगम की लेटलतीफी लोगों के लिए मुसीबत बनती जा रही है। ऐसा प्रतीत होता है कि निगम को अलाव जलाने की याद शायद मई-जून की गर्मियों में आएगी। ठिठुरते शहर और ठंड से जूझती जनता के बीच नगर निगम की यह उदासीनता उसकी कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है।
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