उत्तराखंड
मौसम ने रोका एयरलिफ्ट, डीएम सविन बंसल के प्लान-B से बचीं 13 जिंदगियां
देहरादून-मसूरी में अतिवृष्टि के कारण सड़क धंसने से उत्पन्न हालात में जब डायलिसिस हार्ट अटैक और अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों की जान पर संकट खड़ा हो गया, तब जिला प्रशासन ने मोर्चा संभालते हुए त्वरित राहत कार्य शुरू किया।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक मसूरी द्वारा गंभीर मरीजों के उपचार हेतु मदद की अपील पर जिलाधिकारी सोनिका के निर्देश पर प्रशासन ने तत्काल ट्रांसशिपमेंट की कार्यवाही शुरू की। पहले मरीजों को सामान्य वाहनों से क्षतिग्रस्त सड़क तक लाया गया…उसके बाद फोर्स और राजस्व कर्मियों की मदद से उन्हें पैदल सुरक्षित पार कराया गया। फिर एम्बुलेंस के जरिए उन्हें देहरादून के अस्पतालों तक पहुंचाया गया।

प्रशासन की इस जटिल कार्यवाही के दौरान एसडीएम मसूरी राहुल कुमार और एसडीएम देहरादून कुमकुम जोशी ने मौके पर मौजूद रहकर पूरी प्रक्रिया की निगरानी की और स्वास्थ्य कर्मियों के सहयोग से 13 गंभीर मरीजों को सुरक्षित उपचार के लिए भेजा।
इन 13 मरीजों में शामिल थे:
9 डायलिसिस पेशेंट
1 हृदयाघात (हार्ट अटैक) मरीज
1 हेड इंजरी केस
1 मेटाकार्पल बोन फ्रैक्चर
और ARDAAS से पीड़ित 1 वर्ष का शिशु
जिलाधिकारी ने प्रारंभ में मरीजों को एयरलिफ्ट करने की योजना बनाई थी…लेकिन मौसम खराब होने के कारण हेलीकॉप्टर उड़ान संभव नहीं हो सकी जिसके चलते ट्रांसशिपमेंट ही एकमात्र विकल्प बचा। प्रशासन ने समय रहते तेजी से कार्रवाई करते हुए सभी मरीजों को सुरक्षित उपचार सुविधा तक पहुंचाया।
जिला प्रशासन की इस तत्परता और समन्वित प्रयास से संभावित आपदा को टाला गया और कई जिंदगियों को बचाया जा सका।
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