उत्तराखंड
केदारनाथ धाम के भुकुंट भैरवनाथ मंदिर में हुई मूर्तियों के साथ छेड़खानी, तीर्थ पुरोहित ने उठाए सुरक्षा पर सवाल !
केदारनाथ: केदारनाथ धाम के कपाट वर्तमान में बंद हैं, और पौराणिक परंपरा के अनुसार छह महीने तक धाम में भगवान भोले शंकर की पूजा देवगण करते हैं, जबकि बाकी छह महीने यह पूजा नर करते हैं। लेकिन इस समय जब धाम में कोई अन्य व्यक्ति नहीं होता, एक वीडियो वायरल हो रहा है जो सनसनी मचा रहा है।
इस वीडियो में दिख रहा है कि एक मजदूर व्यक्ति केदारनाथ धाम के रक्षक माने जाने वाले भुकुंट भैरवनाथ मंदिर में जाकर मूर्तियों के साथ छेड़खानी कर रहा है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि वह व्यक्ति जूते लेकर मंदिर में प्रवेश करता है और उन जूतों से मूर्तियों को स्पर्श करता है, जो सनातनी परंपरा के खिलाफ है। यह वीडियो तीर्थ पुरोहित अंकुर शुक्ला ने साझा किया है, जिन्होंने इस मामले को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की है।
अंकुर शुक्ला ने कहा, “हमारी सनातनी परंपरा के अनुसार, जब केदारनाथ धाम के कपाट बंद होते हैं, तो धाम में कोई भी व्यक्ति नहीं रहता है। लेकिन आपदा के बाद नवनिर्माण के नाम पर इस तरह से हमारी हिंदू भावनाओं के साथ छेड़खानी की जा रही है।” उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि जो व्यक्ति भुकुंट भैरवनाथ मंदिर के प्रांगण में घुसा है, वह कौन है? क्या वह सनातनी है? वह इन पौराणिक मूर्तियों को नुकसान पहुंचा सकता था। इस घटना के लिए जिम्मेदारी कौन लेगा?
टीर्थ पुरोहित ने मंदिर की सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठाए और इसके लिए कड़ी कार्रवाई की मांग की। इस घटना के बाद केदारनाथ धाम के मंदिर परिसर की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। स्थानीय लोग और तीर्थयात्री इस घटना से आहत हैं और धार्मिक भावना के उल्लंघन को लेकर सख्त कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं।