उत्तराखंड
प्रदेश अध्यक्ष जी मर्द कहो या पुरूष दोनो का अर्थ है एक,रावतों की तिकड़ी मेयर पद के लिए मैदान में
कोटद्वार-कोटद्वार नगर निकाय के चुनावों में मेयर पद पर रावतों की तिकड़ी मैदान में उतरी हुई है।वर्तमान में शीर्ष पार्टी भाजपा से शैलेंद्र रावत हैं जो पूर्व विधायक भी रह चुके हैं।2012 ओर 17 में कॉंग्रेस के टिकट से चुनाव लड़े ओर दोनों बार ही हार का मुंह देखना पड़ा।
जिन महिलाओं से चुनाव हारे दोनों ही R नाम की रहीं।2025 में भाजपा के टिकट से मेयर के चुनाव में भी कॉंग्रेस प्रत्याशी R नाम की ही है।वही दूसरी ओर दो दिन पहले कोटद्वार में वनमंत्री सुबोध उनियाल ने कॉंग्रेस को कोई मर्द नहीं मिला कहकर शैलेंद्र रावत की मुश्किलें बढ़ा दी थी अभी मामला शांत भी नहीं हुआ था बची खुची कसर महेंद्र भट्ट पूरी कर गए।उनकी नजर में मर्द ओर पुरूष अलग अलग होते हैं।इसलिए उन्होंने वन मंत्री के शब्दों को तोड़ मरोड़ कर पेश करने की कोशिश में बार बार वही दोहराते रहे कॉंग्रेस को कोई पुरूष नहीं मिला…ओर वनमंत्री की ठोकी कील में एक हथौड़ा ओर मार दिया।
कॉंग्रेस प्रत्याशी रंजना अथक प्रयासों के बाद टिकट लेने में कामयाब हो पाई…. लेकिन रंजना को टिकट मिलने से सुरेंद्र सिंह नेगी के साथ साथ नेगी की पूरी लॉबी ने दरकिनार कर लिया।जिसके चलते चुनौती कड़ी हो गई।अब बात करते हैं तीसरे रावत की जो पूर्व सैनिक भी हैं।कोटद्वार को जोड़ने नहीं बांटने में विश्वास रखते हैं।उनको देशी घी से बहुत ज्यादा नफरत है।तहसील परिसर में देशी वोटर के खिलाफ जहर उगलते देखा गया जो वीडियो भी वायरल हो गई थी।क्योंकि उनकी नजर में बनिया,मुस्लिम उनके घर प्रतिष्ठान पर कब्जा कर लेंगे।जिस व्यक्ति के दिल मे इतनी नफरत है देसियों के प्रति क्या उनसे वोट मांग सकेंगे और क्या देसी वोटर उनको वोट देगा यह तो आने वाला समय ही बताएगा।