उत्तराखंड
कोटद्वार की सड़कों पर बह रहे सीवर से जनता परेशान,विधायिका ने समस्या के समाधान का दिया आश्वासन

कोटद्वार नगर निगम को स्वच्छता में उत्तराखंड में दूसरा स्थान मिलने पर जनप्रतिनिधि और निगम के अफसर अपनी पीठ थपथपाते नहीं थक रहे हैं। अखबारों और सोशल मीडिया पर बधाइयों की बाढ़ आ गई है। मगर दूसरी ओर शहर का एक ऐसा सच्चा और दर्द भरा चेहरा है, जिसे देखने की शायद किसी को फुर्सत नहीं।सम्बन्धित विभाग भी सोया हुआ है जब तक हल्ला नहीं मचता है तब तक कोई सुध नहीं लेता है।जनप्रतिनिधियों ओर विभाग को मिलकर जनता की समस्याओं को सुलझाना चाहिए।
कोटद्वार रेलवे स्टेशन रोड पर सीवर का गंदा पानी लगातार सड़कों पर बह रहा है। आसपास के दुकानदार और राहगीर इस बदबूदार पानी से दिन-रात परेशान हैं। बरसात के मौसम में इस गंदे पानी से बीमारियों का खतरा और भी बढ़ गया है। खुजली और अन्य इन्फेक्शन का डर हमेशा बना रहता है।

वही स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि रोडवेज बस अड्डा, जीएमओयू बस स्टैंड, टैक्सी स्टैंड, रेलवे स्टेशन, सैनिक विश्राम गृह के अलावा आसपास का हनुमान मंदिर और गुरुद्वारा….इन सब जगहों पर हर रोज हजारों की भीड़ आती है। मगर गंदे पानी और कीचड़ से गुजरना इन यात्रियों और स्थानीय लोगों की मजबूरी बन गया है।उन्होंने बताया कि हमने कई बार नगर निगम से शिकायत की…लेकिन नतीजा शून्य रहा। लोग सवाल उठा रहे हैं कि स्वच्छता में दूसरा स्थान पाने का क्या मतलब, जब शहर के सबसे भीड़भाड़ वाले इलाके की ऐसी हालत है?
स्थानीय लोगों ने इसे नगर निगम ओर सम्बंधित विभाग की घोर लापरवाही बताया है और उम्मीद जताई है कि जिम्मेदार अधिकारी और नेता सिर्फ फोटो खिंचवाने तक न रुकें, बल्कि इस असल समस्या का हल भी निकालें….ताकि कोटद्वार सच में स्वच्छ और स्वस्थ शहर बन सके
वही विधानसभा अध्यक्ष ने दुकानदारों की परेशानी को देखते हुए जल्द ही समस्या का समाधान करने को कहा है।




