उत्तराखंड
खोह नदी में रिवर ट्रेनिंग के बाद भी हो रहा भूकटाव,परिवार घर छोड़ किराए पर रहने को विवश,प्रशासन फेल

कोटद्वार-कोटद्वार की खोह नदी के किनारे रहने वाले ख़ौफ़ के साये में जीने को विवश हैं।रिवर ट्रेनिंग के बाद भी नदी का बहाव बीच में न होने से भूकटाव हो रहा है।जिससे काशीरामपुर तल्ला में 8 से10 परिवारों के आवासीय भवनों को खतरा बना हुआ है….

स्थिति यह है कि उक्त परिवार अपने घरों को छोड़कर चार से ₹5000 प्रतिमाह किराए के भवनों में रहने को मजबूर है।प्रशासन भूकटाव को रोकने में नाकाम साबित हो रहा है।
2 साल पहले भी 13 जुलाई 2023 में खोह नदी में आई बाढ़ से करीब 30 से 40 भवन बह गए थे ओर लोग बेघर हो गए थे।
*क्या कहना है पीड़ितों का*
वही स्थानीय निवासियों का कहना है जब बारिश होती है सारी रात बैठे रहते हैं।उनके घरों के नीचे से खोखला होता जा रहा है जिसके कारण उनको जानमाल का खतरा बना हुआ है।




