उत्तराखंड
एसडीएम के खिलाफ अधिवक्ताओं का गुस्सा नहीं ले रहा थमने का नाम, मुख्यमंत्री से की ट्रांसफर की मांग
कोटद्वार-कोटद्वार में उपजिलाधिकारी के खिलाफ अधिवक्ताओं का उबाल थमने का नाम नहीं ले रहा है।बार एसोसिएशन के बैनर तले वकीलों ने जोरदार प्रदर्शन किया। आक्रोशित तेवरों के बीच आज बार एसोसिएशन कोटद्वार के अध्यक्ष नागेन्द्र जोशी ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि SDM के रवैये से अधिवक्ता बेहद नाराज़ हैं और मुख्यमंत्री को इस संबंध में शिकायती पत्र भेजा गया है।हालांकि आज एसडीएम कोटद्वार ने वकीलों से बात करने का प्रयास करते हुए उनको समझाने की कोशिश की….. लेकिन वकील स्थानांतरण की बात पर अड़े हैं ओर वार्ता विफल रही।

नागेन्द्र जोशी ने आरोप लगाया कि SDM कोटद्वार द्वारा लगातार कानून और प्रक्रिया को दरकिनार कर मनमाने ढंग से कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने कहा कि SDM साहब न्याय की मर्यादा भूलकर एकतरफा आदेश पारित कर रहे हैं। अधिवक्ताओं को कोर्ट की तारीख दी जाती है लेकिन उसी दिन उनके खिलाफ आदेश भी पारित कर दिया जाता है। ये कहां का न्याय है?
बार अध्यक्ष ने बताया कि SDM की इस कार्यशैली से अधिवक्ता वर्ग खुद को असहाय महसूस कर रहा है और न्यायिक प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न हो रही है। उन्होंने यह भी कहा कि वकीलों को अब विधिक कार्य SDM परगना मजिस्ट्रेट और असिस्टेंट कलेक्टर के समक्ष करना मुश्किल हो गया है।
मुख्यमंत्री से की गई ट्रांसफर की मांग
बार अध्यक्ष ने जानकारी दी कि मुख्यमंत्री को भेजे गए पत्र में स्पष्ट रूप से मांग की गई है कि SDM को तत्काल प्रभाव से कोटद्वार से हटाया जाए, ताकि न्यायिक प्रक्रिया को पुनः सुचारू रूप से संचालित किया जा सके। अधिवक्ताओं का कहना है कि यदि जल्द कार्यवाही नहीं हुई तो आंदोलन और उग्र रूप ले सकता है। बार एसोसिएशन ने चेतावनी दी है कि वे न्याय के लिए अंतिम दम तक लड़ाई जारी रखेंगे।
क्या कहती है प्रशासनिक मशीनरी ?
इस पूरे प्रकरण में फिलहाल SDM की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
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