उत्तराखंड
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल विपिन रावत के पैतृक गांव में लगा भारतीय सेना का एडवांस कैंप
पौड़ी/द्वारीखाल-देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल विपिन रावत के पैतृक गांव को सेना ने बदल के रख दिया है, जिस गांव की मिट्टी ने एक महान सेनानी को जन्म दिया, उसी गांव में भारतीय सेना का एडवांस कैंप लगने से माहौल पूरी तरह बदल गया । युद्धाभ्यास और प्रशिक्षण गतिविधियों के चलते जो गांव कभी वीरान हो चुका था, वहां सैनिकों की चहलकदमी से फिर से रौनक लौट आई है

पौड़ी जनपद के द्वारीखाल ब्लॉक का सैण गांव की ये तस्वीरें हैं जहां भारतीय सेना के जवान उसी धरती पर पसीना बहा रहे हैं, जहां से एक महान सेनापति ने देश सेवा की राह पकड़ी थी…. सेना द्वारा लगाए गए एडवांस कैंप में जवान कठिन प्रशिक्षण और युद्धाभ्यास करते नजर आए…जो गांव जो कभी पलायन और उपेक्षा के कारण निर्जन हो चला था, आज वहां सैनिकों की मौजूदगी से चहल-पहल बढ़ गई है… गांव में जवानों की गतिविधियां और अनुशासित दिनचर्या ने इस क्षेत्र को नई पहचान दी है… गढ़वाल राइफल्स रेजमेंट के कमांडेंट ब्रिगेडियर विनोद सिंह नेगी का कहना है कि जनरल विपिन रावत का गांव एक सैन्य भूमि से कम नहीं है ऐसे में इस गांव में हुई अग्निवीरों की ट्रेनिंग से सेना के जवानों का मनोबल बढ़ने के साथ ही देश भक्ति का जज्बा और भी ज्यादा बढ़ेगा।
सेना की इस पहल से न सिर्फ ग्रामीणों में उत्साह है बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार और सुरक्षा की भावना भी मिली है। गांव के लोगों के साथ ही पूर्व सैनिक भी गर्व के साथ कह रहे हैं कि आज उन्हें ऐसा महसूस हो रहा है मानो जनरल विपिन रावत की विरासत जीवंत हो उठी हो।
सेना का यह प्रशिक्षण अभियान न सिर्फ सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह युवा पीढ़ी को भी देश सेवा के लिए प्रेरित कर रहा है। गांव के बच्चे भी अब सैनिकों को देखकर वर्दी पहनने का सपना देखने लगे हैं। यह पहल इस बात का प्रतीक है कि जब सेना किसी क्षेत्र से जुड़ती है, तो सिर्फ सुरक्षा ही नहीं बल्कि विकास और जीवन भी साथ लेकर आती है।
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