उत्तराखंड
नेशनल हाईवे 534 आमसौड क्षेत्र के ग्रामीण उतरे सड़कों पर,ग्रामीणों में आक्रोश
कोटद्वार–कोटद्वार तहसील क्षेत्र के अंतर्गत आपदा का दंश झेल रहे आमसौड के ग्रामीणों का अब सब्र का बांध टूट चुका है।ग्रामीणों ने आमसौड संघर्ष समिति के बैनर तले कोटद्वार की धर्मशाला में एकत्र होकर नारेबाजी करते हुए नगर के मुख्य सड़को से होते हुए तहसील तक विशाल रैली निकाली।जिसमे ग्रामीणों ने आपदा से निजात दिलाने के लिए उपजिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया।
इस दौरान पीड़ित ग्रामीणों का कहना है की हमारे गांव में बीते वर्ष अगस्त 2023 को भारी बारिस के कारण पहाडी टूटने व भू-स्खलन के कारण कई घरों में मलवा घूसने से भारी नुकसान हुआ था। जिसमे ग्रामीण जान बचाने के लिए गांव को छोड़कर अन्य सुरक्षित स्थान में शरण लेनी पड़ी लेकिन शासन प्रशासन द्वारा केवल मौका मुआयना व निरीक्षण कर आपदा प्रभावित क्षेत्र में कोई भी सकारात्मक कदम नहीं उठाए गए। प्रशासन की उपेक्षा के कारण इस वर्ष की बरसात में भी हम ग्रामीणों को आपदा का दंश झेलने के लिए मजबूर होना पड़ा। कई परिवार गांव से पलायन कर चुके हैं तथा कई परिवारों के लोग पंचायत भवन,रिश्तेदारों एवं गांव के अन्य घरों में शरण लेने को मजबूर हैं तथा पूरा गांव भय के साये में जीने को मजबूर है। ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा की अगर जल्दी ही उनकी मांगे पूरी नहीं होती है तो उन्हें अपने अस्तित्व को बचाने के लिए उग्र आन्दोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी सरकार, शासन-प्रशासन की होगी।