उत्तराखंड
उत्तराखंड:नामांकन संग शुरू हो जाएगा प्रत्याशियों के खर्च का मीटर, निगरानी को पूरा तंत्र तैयार
देहरादून: उत्तराखंड में निकाय चुनाव की अधिसूचना जारी होने के साथ ही प्रत्याशियों के खर्च पर पूरी निगरानी रखी जाएगी। प्रत्याशी जैसे ही नामांकन करेंगे, उनका खर्च मीटर चालू हो जाएगा। राज्य निर्वाचन आयोग ने इस बार चुनावी खर्च की निगरानी को और मजबूत कर दिया है।
प्रत्याशियों को अपने चुनावी खर्च का पूरा रिकॉर्ड रखना होगा, जिसमें प्रचार सामग्री से लेकर छोटे-छोटे खर्चों का भी ब्योरा रखना अनिवार्य होगा। चुनाव के दौरान प्रत्याशी कम से कम तीन बार अपने खर्च का मिलान करने के लिए रिटर्निंग अफसरों के पास बुलाए जाएंगे।
इस बार हर जिले में एक-एक व्यय प्रेक्षक नियुक्त किए गए हैं, जो प्रत्याशियों के खर्च की निगरानी करेंगे। व्यय प्रेक्षक कम से कम तीन दिन तक प्रत्येक जिले में रहेंगे और चुनावी खर्च का पूरा ब्योरा लेंगे। साथ ही, आयोग के अधिकारियों की टीम प्रत्याशियों के कार्यक्रमों पर भी पूरी नजर रखेगी।
इस निगरानी तंत्र को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए खर्च की सीमा बढ़ा दी गई है, लेकिन इसके साथ ही निगरानी भी और सख्त कर दी गई है। जिलाधिकारियों ने इस संबंध में सभी संबंधित अधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंप दी हैं। निकाय चुनाव की अधिसूचना 25 से 31 दिसंबर के बीच जारी होने की संभावना है।