उत्तराखंड
कोटद्वार की सड़कों पर फिर से पैचवर्क…आखिर कब तक चलेगा ये अस्थायी इलाज ?
कोटद्वार: जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया के निर्देश पर उपजिलाधिकारी कोटद्वार सोहन सिंह सैनी ने मंगलवार को शहर और आसपास की सड़कों का निरीक्षण किया। निरीक्षण में फिर वही पुराना दावा दोहराया गया कि सड़कें गड्ढा मुक्त और पैचलैस बनाई जाएंगी।

राष्ट्रीय राजमार्ग-534 पर कुछ हिस्सों में पैचवर्क पूरा होने का दावा किया गया कुछ जगहों पर अधूरा काम दिखा और कई जगह असंतोषजनक कार्य सामने आया, जिसे दोबारा करने के आदेश दिए गए। वहीं कुछ मार्गों पर काम शुरू करने और अलग-अलग तारीखों तक पूरा करने की बात कही गई।प्रशासन को त्यौहारों से पहले मखमल में टाट का पैबंद लगाने की याद आ जाती है।
लेकिन बड़ा सवाल यही है कि आखिर यह पैचवर्क कब तक चलेगा? कुछ ही महीने पहले भी इन्हीं सड़कों पर पैचवर्क किया गया था….लेकिन कुछ दिन बाद ही बजरी उखड़ गई और सड़कें फिर से जर्जर हो गईं।यह स्थिति किसी एक जगह की नही शहर की हर सड़क पर बजरी उखड़ी हुई थी।तहसील के बाहर,नजीबाबाद रोड,देवी रोड,निगम के बाहर ,लाल बत्ती व अन्य जगह की सड़कों की हालात बद से बदतर बनी हुई थी गड्ढों में सड़के ढूंढनी पड़ रही थी।उखड़ी हुई बजरी पर राहगीर फिसलकर घायल तक हो रहे थे।यह स्थायी मरम्मत नहीं….बल्कि पैसों को ठिकाने लगाने का खेल ज्यादा लगता है।
लोगों का सीधा सवाल है कि क्या वाकई गड्ढा मुक्त सड़कें कभी बन पाएंगी या फिर हर सीजन यही पैचवर्क का दिखावा चलता रहेगा?
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