उत्तराखंड
सूबे के मुखिया के क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल, गायनिक डॉ की रोटेशन में लग रही है ड्यूटी,कोटद्वार में निश्चेतक की कैसे करें उम्मीद
कोटद्वार-उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हैं।चंपावत से लेकर कोटद्वार तक स्वास्थ्य सेवाएं सुचारू रूप से नहीं चल रही है।जी हां हम बात कर रहे हैं सुबे के मुखिया मुख्यमंत्री के क्षेत्र चंपावत की।वहां पर गायनिक डॉक्टर नहीं है काफी समय से रोटेशन में डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई जा रही है।


चंपावत के सरकारी अस्पताल में गायनिक के डॉक्टर का ना होना बहुत बड़े दुर्भाग्य की बात है।यह मुद्दा एक चंपावत का ही नहीं कोटद्वार में निश्चेतक का डॉक्टर भी नहीं है।जब मुखिया के क्षेत्र में ही डॉ नही हैं।ऐसे में पूरे उत्तराखंड की क्या स्थिति हो सकती है जनता से छुपा नहीं है।जनप्रतिनिधि जनता से डॉ मांग रहे हैं।आखिर डॉ क्यों आना नही चाहते?इसका कारण कौन ढूंढेगा जनता या सरकार…..स्वस्थ के विज्ञापनों पर करोड़ों रुपए सरकार खर्च कर रही है।फिर भी सरकार स्वास्थ्य सेवाएं सुचारु करने में नाकाम साबित हो रही है।वही रंजना रावत का कहना है कि उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह चौपट हो चुकी है।जब मुख्यमंत्री का क्षेत्र ही डॉक्टरों की बाट जोह रहा है।ऐसे में कोटद्वार के बेस अस्पताल के बारे में क्या कहना।




