उत्तराखंड
गौवंश के मुद्दे पर आचार संहिता लगने के बाद पहली बार निवर्तमान मेयर व पूर्व मंत्री बैठे धरने पर….
कोटद्वार-कोटद्वार नगर निगम में पाँच साल तक मेयर हेमलता नेगी ही निगम की मालकिन रहीं।गौवंश की जटिल समस्या आज की नहीं।उनके कार्यकाल में भी जस की तस बनी हुई थी।कोटद्वार निगम की जनता गौवंशों से निजात दिलाने के लिए कई सालों से चिल्ला रही है।
लेकिन पाँच साल के कार्यकाल में मेयर ने इस मुद्दे पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया और आये दिन लोग चोटिल होते रहे।आचार संहिता लगने के बाद कॉंग्रेस की मेयर हेमलता नेगी ओर पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी पहली बार धरने पर बैठे।