उत्तराखंड
डीएम सविन बंसल ने लगाया जनता दरबार,140 में से अधिकांश समस्याओं का मौके पर ही किया निवारण

देहरादून-***समस्या नही ढंढे समाधान जी हाँ यह कहना है देहरादून के डीएम सविन बंसल का****हर चेहरे पर लाना है मुस्कान यही है मेरा पहला काम…….
जिलाधिकारी सविन बंसल की अध्यक्षता में प्रत्येक सोमवार को जनता दरबार लगाया जाता है। हर बार की तरह आज भी उन्होंने क्लेक्ट्रेट सभागार में जनता दरबार लगाकर जन समस्याएं सुनी।जनता दरबार में भूमि व घरेलू विवाद के मामले प्रमुखता से रखे…इसके अलावा मुआवजा, आर्थिक सहायता, सड़क, पेयजल, एमडीडीए, नगर निगम, पुलिस, परिवहन, शिक्षा, रोजगार आदि से जुड़ी 140 समस्याएं जिलाधिकारी के सामने आई।जिलाधिकारी ने अधिकांश शिकायतों का मौके पर निराकरण किया।

जनता दरबार मे पहुंची अहम शिकायतें
1-रेसकोर्स निवासी विकास घिल्डियाल ने बताया कि उसकी माता पिता के तलाक होने के बाद भी उसके पिता लाइसेंसी बंदूक से उसे और उसकी माता को डराया धमकाया करते है, जिससे कभी भी अप्रिय घटना हो सकती है। सगे बेटे व पत्नी के लिए ही खतरे का सबब बना शस्त्र को डीएम ने विशेषाधिकार प्रयोग कर मौके पर ही लाइसेंस निलंबित करने के निर्देश दिए।

2-बंगील लाईब्रेरी रोड,मान सिंह वाला निवासी किरन गोयल ने जिलाधिकारी को फरियाद लगाई कि लोनिवि द्वारा बनाई गई सड़क पर जल निकासी की व्यवस्था न होने से वर्षा होने पर 2 से 3 फीट तक पानी भर जाने से बारिश का पानी घरों में घुस रहा है।जिससे बीमारी फैलने का खतरा बना हुआ है।डीएम ने लोनिवि को कल से कम शुरू करते हुए एक सप्ताह में समस्या का समाधान नही होने पर विभाग पर कार्यवाही की चेतावनी दी।
3-ग्राम तौली विकासनगर निवासी हुकुम सिंह का भूमि सीमांकन के मामले में डीएफओ ओर को एक सप्ताह में कार्य पूरा करने के आदेश दिए….साथ ही कैंसर की बीमारी से जूूझ रही किशन पुर निवासी रेनू सिंह ने अपने इलाज के लिए आर्थिक सहायता की गुहार लगाई। जिलाधिकारी ने जिला कार्यालय के प्रभारी को रायफल क्लब के अंतर्गत आर्थिक सहायता देने के आदेश देते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी को एचआईएसटी, एआईआईएमएस ऋषिकेश एवं अन्य किसी अच्छे अस्पताल से संपर्क करते हुए महिला के उपचार में सहायता करने के निर्देश दिए।
4-ऋषिकेश नेहरू ग्राम निवासी सुहानी ने कहा कि वह आगे पढ़ना चाहती है लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति के कारण उसको पढ़ाई छोडनी पड रही है।सुहानी ने आर्थिक सहायता की गुहार लगाई। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को मामले की जांच कर नंदा सुनंदा योजना के तहत आवेदन करवाने व कविता की विधवा पेंशन स्वीकृत करते हुए उनकी बिटिया की पढाई नंदा-सुनंदा से पुनर्जीवित की गई। गरीब साहिना को रोजगार के साथ ही स्व रोजगारपरक प्रशिक्षण हेतु जीएमडीआईसी को निर्देशित किया गया तथा प्रशिक्षण के दौरान 7500 महीना भी मिलेगा।
इसी तरह ओर भी बहुत सी समस्याओं को लेकर फरियादी जनता दरबार पहुंचे थे।




