उत्तराखंड
कोटद्वार में स्वच्छता की पोल खुली! विधानसभा अध्यक्ष कार्यालय के सामने गंदा पानी,जिम्मेदार कौन?
कोटद्वार : कोटद्वार में स्वच्छता को लेकर बड़े-बड़े दावे करने वाले नगर निगम की हकीकत विधानसभा अध्यक्ष के कार्यालय के ठीक सामने नजर आ रही है।सड़क निर्माण के दौरान कई बार पीडब्ल्यूडी को नाली निर्माण के लिए कहा गया लेकिन पीडब्ल्यूडी कानो में रुई लगाकर सड़क निर्माण करके चलता बना…..नाली न बनाने से स्कूल में मिड डे मील में बनने वाले भोजन ओर साफ सफाई का सारा पानी यहां सड़क पर बहता रहता है और लगातार पानी गिरने की वजह से गड्ढा बन जाने से वहाँ पानी भरा रहता है जिसमें मक्खी मच्छर पनपते हैं और स्कूली बच्चों के बीमार पड़ने की सम्भावना भी बनी रहती है।में बनने वाला मिड डे मील के भोजन है…हैरानी की बात यह है कि इसी जगह पर स्कूल के बाहर नगर निगम ने स्वच्छता ही सेवा
है लिख कर महात्मा गाँधी की पेंटिंग बनी हुई हैं…जो हकीकत पर करारा तंज बनकर रह गई हैं।

सवाल सीधे नगर आयुक्त पी.एल.शाह और भाजपा मेयर शैलेन्द्र रावत पर उठ रहे हैं।विधानसभा अध्यक्ष के कार्यालय के सामने यह हाल है….तो शहर के बाकी इलाकों की स्थिति का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है।
नगर निगम स्वच्छता अभियान और साफ-सफाई के दावों की तस्वीरें जरूर जारी करता है…लेकिन जमीनी सच्चाई कुछ और ही कहानी बयां कर रही है। नालियों की सफाई और जल निकासी की व्यवस्था पूरी तरह फेल हो चुकी है और जिम्मेदार अधिकारी कुर्सियों तक ही सीमित हैं।
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि शहर की सफाई व्यवस्था निगम के कंधों पर होती है क्या नगर आयुक्त और भाजपा मेयर इस शर्मनाक स्थिति पर कार्रवाई करेंगे या फिर स्वच्छता की पेंटिंग के पीछे गंदगी छुपाकर जनता को ही गुमराह किया जाएगा।यह मुद्दा नगर निगम की कार्यशैली पर बड़ा सवाल बनकर खड़ा हो गया है।
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