उत्तराखंड
जनता के अरमानों का खून करके पत्नी हुई फूल पर सवार,22 में पति के साथ हुई थी रार

कोटद्वार-पौड़ी गढ़वाल की राजनीति में कब क्या हो जाये ये कोई नहीं जानता है।आजकल जिस तरह से कोई भी कहीं भी कूदकर चला जाता है कुछ नही कहा जा सकता है।जनता उम्मीद करके उनको वोट देती है और प्रत्याशी अपने फायदे के लिए उनके अरमानों का खून करके दूसरी पार्टी की गोद मे बैठने में एक पल नही लगा रहे हैं।

त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में जयरी18 से भाजपा प्रत्याशी नीतू सिंह रावत ओर कॉंग्रेस से ज्योति पटवाल की सीधी टक्कर थी।2022 के विधायक के चुनावों में भाजपा से दलीप महंत ओर कॉंग्रेस से अनुकृति गुसांई रावत के बीच चुनाव हुआ था और उस समय ज्योति पटवाल के पति गुसांई को जीताने के लिए जी जान से लगे हुए थे।चुनावों में आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला भी चलता ही है 2022 में दोनो पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच हाथापाई की नौबत तक आ गईं थी ओर मामला दर्ज हुआ था।वर्तमान में पंचायत चुनाव में ज्योति ओर नीतू आमने सामने थी।जनता ने कॉंग्रेस की प्रत्याशी ज्योति को जीतने का वादा किया और अपना वादा निभाते हुए ज्योति पटवाल पर भरोसा करके वोट दिया और ज्योति ने जीत भी हासिल की….कुछ समय ही बीता था जनता की परवाह न करते हुए पटवाल ने भाजपा का दामन थाम लिया।
कोटद्वार की बात करें तो सत्ता पक्ष अपने लोगों से कम और विपक्ष से ज्यादा घिरे नजर आते हैं।जोकि पूरे नगर में चर्चा का विषय बना रहता है और यदा कदा लोग बोल भी देते ही हैं।जनता को दिखाने के लिए भले ही पक्ष और विपक्ष अलग अलग जताने की लाख कोशिश करते रहें।लेकिन सब जानते हैं बरगद की जड़े कहा तक फैली हैं और उसकी छत्र छाया किस किस को पनाह दिए हुए है। *गंगाधर उर्फ शक्तिमान*
