उत्तराखंड
2017 में आई आपदा में खोह नदी में समा गई थी कई एकड़ भूमि,बजट आने के बाद भी जामुन स्रोत पर नहीं बनी सुरक्षा दीवारें
कोटद्वार-कोटद्वार के कुम्भीचौड़ इलाके में 2017 में आई आपदा के 7 साल बीत जाने के बावजूद हालात जस के तस बने हुए हैं….खोह नदी में आई बाढ़ में कई एकड़ भूमि नदी में समा गई थी जबकि नदी किनारे बनी सुरक्षा दीवारें भी ढह गई थी…तब से अभी तक इलाके में कोई काम नही हुआ है जिसे लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश है…इलाके के लोगों का कहना है कि आपदा के बाद जिनका नुकसान हुआ उसका मुआवजा भी सरकार की ओर से नही मिला है ,
जबकि बारिश होने से खोह नदी जब उफान पर आती है तो अभी भी लोगों के घरों और खेतों में बाढ़ का पानी घुस जाता है…वहीं मामले में सिंचाई विभाग का कहना है कि प्रशासन का कहना है कि सुरक्षा दीवारों के लिए प्रस्ताव भेजा था और उसका बजट भी आया था लेकिन नाले की लम्बाई ज्यादा होने के चलते नहीं बन पाया है।