उत्तराखंड
प्राइवेट स्कूलों में वार्षिक समारोह के नाम पर हो रही लूट,सरकार को भी लगाया जा रहा चूना,शिक्षा विभाग व डीएम को लेना चाहिए संज्ञान
कोटद्वार: कोटद्वार में प्राइवेट स्कूलों ने वार्षिक समारोह के नाम पर अभिभावकों पर अतिरिक्त आर्थिक दबाव डालकर लूट मचा रखी है।नई कक्षाओं के शुरू होने के समय अभिभावकों से वार्षिक शुल्क वसूलने के बाद,फंक्शन करवाने के नाम पर भी हजारों रुपए की मांग की जाती है।अभिभावकों का कहना है कि महंगाई के इस दौर में बच्चों को अच्छी शिक्षा देना पहले ही मुश्किल हो गया है। ऊपर से प्राइवेट स्कूलों द्वारा कभी ड्रेस तो कभी वार्षिक समारोह के नाम पर मनमाने पैसे वसूलना आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों पर भारी पड़ रहा है।
कुछ अभिभावकों ने नाम गुप्त रखते हुए बताया कि स्कूल प्रशासन वार्षिक समारोह के नाम पर प्रत्येक बच्चे से 1000 रुपए वसूल रहा है।कोटद्वार के ज्यादातर प्राइवेट स्कूलों में छात्रों की संख्या लगभग 1500 से अधिक है।सभी छात्र छात्राओं को पैसे देने अनिवार्य है।ऐसे में केवल एक फंक्शन के नाम पर 15 लाख रुपए से अधिक की रकम इकट्ठी हो रही है।1000 लेकर कोई रसीद नही दी जा रही थी।मीडिया ने कुछ अभिभावकों से इस बारे में बात की गई उन्होंने रसीद नही मिलने की बात बताई और यह बात स्कूल प्रबंधक तक पहुंच गई।जिसके बाद अभिभावकों को रसीद लेने के लिए मेसज भेजे जाने लगे।जिसमें अपने आप को बचाते हुए अभिभावकों को सहयोग राशि का आभार व्यक्त करते हुए लिखा है पैसों की रसीद नहीं देने से कहीं न कहीं सरकार को भी चूना लगाया जाता है।
स्कूल के मामले में अभिभावक चाह कर भी बोलना नही चाहते हैं क्योंकि शिकायत के बाद बच्चों को परेशान किया जाता है।जिलाधिकारी और शिक्षा विभाग को स्कूलों की इन अनियमितताओं पर रोक लगानी चाहिए।अभिभावकों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ डालने वाले स्कूलों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि आर्थिक रूप से कमजोर अभिभावकों को राहत मिल सके।